कपिल सिब्बल और तुषार मेहता में जमकर हुई बहस, लंच पर जाते-जाते बोले CJI चंद्रचूड़- हां, ऐसा ही होना चाहिए


नई दिल्ली: कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को जबरदस्त बहस हुई. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से अब तक की जांच रिपोर्ट देने को कहा था. इस दौरान सीबीआई की जॉइंट सेक्रेटरी रैंक की अफसर भी मौजूद थी. ममता बनर्जी सरकार का बचाव करते-करते कपिल सिब्बल ने एडिशनल सॉलिसिटर जनरल को दलीलों के जरिए दबाव में लाने की कोशिश की. सबसे बड़ा मुद्दा बन गया सीक्वेंस ऑफ इवेंट. आठ और नौ अगस्त की दरम्यानी रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हस्पिटल में हुई घिनौनी वारदात के बाद पुलिस के रवैये पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की.

कपिल सिब्बल और तुषार मेहता में बहस
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के साथ बैठे जस्टिस पादरीवाला ने कहा कि 30 साल के जीवन में उन्होंने ऐसा केस नहीं देखा. सुप्रीम कोर्ट में डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के बाद पुलिस के पहुंचने की टाइम, मजिस्ट्रेट की शुरुआती जांच, पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट और क्राइम सीन को सेक्योर करने की टाइमिंग पर सवाल उठे. लेकिन लंच से ठीक पहले आरजी कर हॉस्पिटल की सुरक्षा का सवाल कपिल सिब्बल ने उठा दिया. कपिल सिब्बल ने कहा कि अभी तक सीआईएसएफ ने सुरक्षा नहीं संभाली है.

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तुषार मेहता ने दिया जवाब
इस पर एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि कोलकाता पुलिस के कारण ऐसा हो रहा है. सीआईएसएफ के अफसर हॉस्पिटल गए थे. लोकल पुलिस वालों के साथ ये भी चर्चा हुई कि कहां-कहां पर कितने जवान तैनात होंगे. कोलकाता पुलिस इस बात पर अड़ी है कि सिर्फ हॉस्पिलट में सेक्योरिटी सीआईएसएफ के जिम्मे है. किसी और इलाके में उसे इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी.

लंच पर जाते-जाते सीजेआई ने कही बड़ी बात
इस पर तुषार मेहता ने कहा कि सीआईएसएफ हॉस्टल एरिया में भी जवान तैनात करना चाहता है. ये लड़कियों की सुक्षा के लिए बहुत जरूरी है. तब तक चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ लंच के लिए सीट से उठ चुके थे, लेकिन उन्होंने तुषार मेहता की बात से इत्तेफाक जताया और कहा कि हां ऐसा ही होना चाहिए. बता दें कि तुषार मेहता जहां सीबीआई की ओर से पेश हुए थे, वहीं कपिल सिब्बल पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दलील दे रहे थे.

Tags: Kapil sibal, Supreme Court, Tushar mehta



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