नई दिल्ली। भाजपा नेता और कल्कि पीठ के प्रमुख आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है, ‘मेरे लिए मोनिका बेदी, या हेमा मालिनी, या रति अग्निहोत्री जैसी सभी महिला कलाकार देवी हैं।’ उन्होंने कहा, ‘गैंगस्टर अबू सलेम के साथ गिरफ्तार मोनिका बेदी ने कोई अपराध नहीं किया और फिर भी उन्हें आतंकवादी से ज़्यादा सज़ा मिली।’ प्रमोद कृष्णम को इस साल की शुरुआत में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। आज रात इंडिया टीवी पर प्रसारित होने वाले रजत शर्मा के लोकप्रिय टीवी शो ‘आप की अदालत’ में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने खुलासा किया कि कैसे 40 साल पहले जब वह युवा थे तब उन्होंने अभिनय और गीत लिखने के लिए मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में हाथ आजमाया था। उन्होंने कहा, ‘एक्टर तो सभी बनना चाहते हैं, कुछ बन पाते हैं, कुछ नहीं बन पाते हैं। जिसे आप जैसा निर्देशक मिल जाए, वो फिर एक्टर बन जाता है।’
रजत शर्मा: लेकिन यह भी सच है कि आपने घर फूंककर तमाशा देखा। घर का काफी सारा पैसा फिल्मों में लगवाया?
आचार्य: आई मौज, फकीर की दिया झोंपड़ा, फूंक। रजत जी, आपका जो यह इल्जाम है, यह सबूत है इस बात का कि मैं आज ही फकीर नहीं हुआ हूं। बचपन से फकीर था।
रजत शर्मा: और फिर आप हीरो नहीं बन पाए तो आपने शायरी शुरू की। फिल्मों में गाने लिखने की कोशिश की?
आचार्य: कोशिश नहीं, मैंने लिखे। गाना लिखना, शेरो शायरी करना यह उस दौर की एक खास बात होती है। मुझे लगता है आपने भी किसी की मोहब्बत में गाने लिखे होंगे।
रजत शर्मा: आपको बताना पड़ेगा कौन सी ‘नागिन’ पर आपने गाना लिखा था?
आचार्य: यह 30-32 साल, 40 साल पुरानी बातें हैं। अब तो नागिन का जहर भी खत्म हो गया होगा। हुआ यह था कि हम लोग मुंबई गए तो किशोर कुमार जो बहुत बड़े गायक हैं, उनसे मुलाकात हुई और उन्होंने मेरा लिखा हुआ एक गाना गाया। उसकी दो पंक्तियां मैं सुना देता हूं, जिसमें नागिन शब्द यूज हुआ है- “महकी हुई जुल्फें महफिल पे छा रही हैं, जालिम तेरी अदाएं दिल को दुखा रही हैं।”
रजत शर्मा: आप कह रहे हैं यह 40 साल पुरानी बात है। मेरी जानकारी तो यह है कि अब भी आपकी अदाएं वैसी ही हैं। अब अपने आश्रम में आप गाना गाते हैं ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’?
आचार्य: मैं ऐसा मानता हूं कि आश्रम हो, घर हो जीवन का कोई भी हिस्सा हो, यदि वहां गीत संगीत और थिरकन नहीं है तो फिर वह जीवन व्यर्थ है। हमारा सनातन भारत की संस्कृति, भारत की सभ्यता, भारत के संस्कार। कौन नहीं नाचा, किसने नहीं गाया? मीरा नाची, राधा नाची, गोपी नाची, ग्वाले नाचे। हमारा तो भगवान नाचा और देवाधिदेव महादेव को नटराज कहा गया है। रजत जी नाचने का मन आपका भी करता होगा
रजत शर्मा: लेकिन एक साधु महात्मा गाना गाए तू चीज बड़ी है मस्त मस्त। तो थोड़ा आश्चर्य नहीं होता?
आचार्य: हमारे यहां रामायण में कहा गया है कि हर बात को देखने के अपने-अपने नजरिए हैं, अपना अपना दृष्टिकोण है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम दुनिया उन्हें भगवान मानती है। हम उन्हें भगवान मानते हैं, लेकिन कुछ लोग उनके अस्तित्व को नकारते हैं क्या कहेंगे आप?
रजत शर्मा: मैं तो आपसे पूछ रहा हूं जब हेमा मालिनी जी आपके आश्रम में आती हैं तो किस नजर से देखते हैं?
आचार्य: मेरे लिए हेमा मालिनी हो या मोनिका बेदी हो, राधे मां हो या कोई और हो।
रजत शर्मा: रति अग्निहोत्री हो, पद्मिनी कोल्हापुरे हो?
आचार्य: मैं इन सबमें देवी का दर्शन करता हूं। हमारे यहां सनातन के शास्त्रों में कहा गया है, यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता। और जिस भूमि पर, जिस धरती पर, जिस गली में, जिस मोहल्ले में और जिस घर में नारी की पूजा नहीं होती। नारी को देवी नहीं माना जाता, उस घर में बरकत नहीं होती
जब रजत शर्मा ने बताया कि अभिनेत्री मोनिका बेदी को गैंगस्टर अबू सलेम के साथ गिरफ्तार किया गया था, तो आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जवाब दिया: “मोनिका बेदी ने कोई गुनाह नहीं किया। गुनाह अगर किया तो उसे धोखा देने वाले आतंकवादी अबू सलेम ने किया था, और जितनी सजा उस आतंकवादी को मिली उससे कई गुना सजा मोनिका बेदी ने भोगी। लेकिन भारत की सर्वोच्च अदालत ने उसे बरी कर दिया। मोनिका बेदी को मोनिका बेदी होने का प्रिविलेज (विशेषाधिकार) मत दो, लेकिन मोनिका बेदी को मोनिका बेदी होने की सजा भी मत दो।”
मोनिका बेदी को इंटरपोल ने किया था गिरफ्तार
अभिनेत्री मोनिका बेदी और आतंकवादी अबू सलेम को 2002 में पुर्तगाल में इंटरपोल ने गिरफ्तार किया गया था। दोनों ने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके देश में प्रवेश करने का जुर्म किया था। इस मामले में उन्हें जेल की सजा हुई थी। दो साल बाद, पुर्तगाल की एक अदालत ने 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट केस अबू सलेम पर मुकदमा चलाने के लिए उसे भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी। दोनों को 2005 में भारत को सौंप दिया गया था। मोनिका बेदी को 2006 में एक भारतीय अदालत ने पासपोर्ट जालसाजी का दोषी ठहराया था। 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा, लेकिन उनकी जेल की अवधि को घटाकर उतनी अवधि कर दिया, जितनी अवधि वह पहले ही काट चुकी थीं।
जब रजत शर्मा ने कहा कि ‘आपका आश्रम एक फिल्म स्टूडियो की तरह है, जहां फिल्मी सितारे आते हैं और नाचते हैं’, तो आचार्य ने कहा: ‘वो बड़ा पावन स्थान है। हमारे पुराणों में लिखा है कि भगवान विष्णु के 10 अवतार होंगे जो धरती पर आकर के अधर्म का नाश करेंगे। भगवान राम सातवें अवतार, भगवान कृष्ण आठवें अवतार, श्री कल्कि नारायण के रूप में भगवान सम्भल नामक स्थान पर अवतार लेंगे। यह हमारा पुराण कहता है। मैं आपको बताना चाहता हूं। जब मैं पहली बार हेमा मालिनी जी से मिला तो उन्होंने कहा, मैं कृष्ण की भक्त हूं और कृष्ण ही कलियुग में कल्कि के रूप में आएंगे। उन्होंने मुझे कहा कि मैं कल्कि धाम आकर के राधा कृष्ण की नाटिका प्रस्तुत करूंगी। उन्होंने नाटिका प्रस्तुत की। उन्होंने मुझे एक सलाह और दी थी। उन्होंने कहा था कि आप भगवान कल्कि के ऊपर एक फिल्म बनाएं।’
यह पूछे जाने पर कि यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल्कि धाम में आपके तंबू उखाड़ने का आदेश क्यों दिया था, आचार्य ने कहा, ‘7 नवंबर 2016 को श्री कल्कि धाम के शिलान्यास की पूरी तैयारी हो चुकी थी। देश के हजारों संत महात्मा वहां उपस्थित थे। कल्कि भगवान के लाखों भक्त पूरे देश के कोने-कोने से वहां उपस्थित थे। गर्भगृह की खुदाई हो चुकी थी, लेकिन 6 नवंबर 2016 की रात को अखिलेश यादव जी की सरकार ने उस पर पाबंदी लगा दी और तंबू उखाड़ दिए। लेकिन भगवान की असीम अनुकंपा देखो कि उनका तंबू भी उखड़ गया। 2017 में उनका ऐसा तंबू उखड़ा है कि अभी तक बंबू नहीं गड़ा है।’