अलकायदा का सरगना डॉ इश्तियाक कौन है जो भारत को इस्लामी देश देखना चाहता है?


हाइलाइट्स

रांची का डॉक्टर इश्तियाक निकला अलकायदा इंडिया मॉड्यूल का मास्टरमाइंड. लोहरदगा और हजारीबाग के 16 ठिकानों पर ATS-STF की कार्रवाई में 9 गिरफ्तार.

रांची. देश में बड़े आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की फिराक में था अलकायदा का इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) मॉड्यूल. इसे लेकर केंद्रीय एजेंसी से मिले इनपुट के आधार पर झारखंड एटीएस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मॉड्यूल का संचालन रांची निवासी डॉ. इश्तियाक कर रहा था. इस मॉड्यूल का विस्तार राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक कर लिया था. डॉ. इश्तियाक की मंशा भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की थी.

जानकारी के अनुसार, अलकायदा के इंडियन सब कॉन्टिनेंट मॉड्यूल के झारखंड मॉड्यूल का नेतृत्व रांची के डॉ. इश्तियाक कर रहा था. उसकी देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा थी. जानकारी के अनुसार इसे लेकर ही आतंकियों की ट्रेनिंग भी राजस्थान के भीवाड़ी में कराई जा रही थी. वहीं, ये भी जानकारी है कि राजस्थान के भिवाड़ी में जो 6 आतंकी हथियार के साथ पकड़े गए थे और सभी का कनेक्शन झारखंड से है.

पूरे देश से 14 आतंकवादी गिरफ्तार
बता दें कि अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट से जुड़े 14 लोगों को एटीएस ने अभी तक पूरे देश से गिरफ्तार किया है. झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू जोड़ा तालाब के पास स्थित एक अपार्टमेंट में गुरुवार को एटीएस ने छापेमारी करते हुए एक फ्लैट से डॉक्टर इश्तियाक अहमद को गिरफ्तार किया. एटीएस की गिरफ्त में आया डॉ इश्तियाक अहमद रांची के रिम्स से एमबीबीएस किया था और रांची के ही मेडिका हॉस्पिटल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत था. जानकारी के अनुसार, इश्तियाक मूलरूप से जमशेदपुर का रहने वाला है.

मेडिकल प्रोफेशन की आड़ में आतंकवाद
डॉ. इश्तियाक का हजारीबाग जिले में भी अपना क्लीनिक है. रांची के जोड़ा तालाब स्थित एके रेसिडेंसी अपार्टमेंट में फिलहाल वो रहा करता था. इश्तियाक भारत को इस्लामी राज्य की घोषणा का मंसूबा पाले हुए था. उसकी गिरफ्तारी बरियातू के जोड़ा तालाब स्थित के अपार्टमेंट से की गई है. वह मेडिका अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट था और बीते 6 साल से काम कर रहा था. इस दौरान 3 साल तक उसने फुल टाइम और तौर पर सेवाएं दी हैं.

भारत को इस्लामी देश बनाने का मंसूबा
इनके पास से AK 47 भी बरामद हुआ था. वहीं, जानकारी के अनुसार इन युवकों को झारखंड से ही इश्तियाक को रांची भेजा गया था. बता दें कि पैगंबर मुहम्मद साहब के बाद के उनके उत्तराधिकारी खलीफा कहलाते हैं. ऐसा व्यक्ति जो इस्लामिक धर्म के कानून के अनुसार लोगों का नेतृत्व करता है वह खलीफा कहलाता है और उसके शासन को ‘खिलाफत’ कहा जाता है.

Tags: Islamic Terrorism, Jharkhand news, Ranchi news



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